UGC NET Hindi Syllabus 2023: National Eligibility Test known as UGC NET is conducted twice a year for the selection of deserving candidates for the post of Assistant Professor and Junior Research Fellowship (JRF) in Indian Govt. Universities and Colleges.
To prepare for the Hindi NET exam, you must know the complete NTA UGC NET Syllabus 2023 for Hindi.
Here we have provided the latest UGC NET Hindi Syllabus 2023.
UGC NET Hindi Syllabus 2023
National Testing Agency (NTA) releases the UGC NET syllabus along with the latest notification.
However, since the UGC NET syllabus for both paper-I and -II was revised by NTA in June 2019, no changes are likely to be made to this year’s NET syllabus.
The subject code for UGC NET Hindi is 20. It comprises two online papers namely Paper-I & Paper-II with Multiple Choice Questions (MCQ)s.
- UGC NET Hindi Paper 1 Syllabus tests teaching and reasoning ability, research aptitude, comprehension, divergent thinking, and general awareness.
- UGC NET Hindi Paper 2 Syllabus is based on Hindi. It tests your depth of knowledge and expertise in the respective subject.
To crack the NET exam, you must know the syllabus for both the papers and mark the important topics & sub-topics to start your preparation.
UGC NET Hindi Syllabus For Paper I 2023
UGC NET Syllabus for Hindi Paper I tests the reasoning ability, reading comprehension, divergent thinking, and general awareness of the candidate.
UGC NET Hindi Paper I syllabus will have 50 questions worth 100 marks. The Paper I syllabus has 10 units, and precisely 5 questions will be asked from each unit.
Go through the exam pattern of the UGC NET Hindi Paper 1 syllabus mentioned below:
Topics | Questions | Marks |
Part I: Teaching Aptitude | 5 | 10 |
Part II: Research Aptitude | 5 | 10 |
Part III: Reading Comprehension | 5 | 10 |
Part IV: Communication | 5 | 10 |
Part V: Reasoning (including Maths) | 5 | 10 |
Part VI: Logical Reasoning | 5 | 10 |
Part VII: Data Interpretation | 5 | 10 |
Part VIII: Information & Communication Technology (ICT) | 5 | 10 |
Part IX: People & Environment | 5 | 10 |
Part X: Higher Hindi System: Governance, Polity & Administration | 5 | 10 |
Total | 50 | 100 |
[Check & Download Latest UGC NET Syllabus for Hindi Paper 1]
UGC NET Hindi Syllabus For Paper II 2023
Here you can check the latest UGC NET Syllabus For Hindi Paper-II 22.
इकाई- I: हिंदी भाषा और उसका विकास
- हिंदी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: प्राचीन भारतीय आर्य भाषाएं, मध्यकालीन भारतीय आर्य भाषाएं- पाली, प्राकृत- शौरसेनी, अर्धमगधी, मागधी, अपभ्रंश और उनकी विशेषताएं, अपभ्रंश अवहठ और पुरानी हिंदी का संबंध, आधुनिक भारतीय आर्य भाषाएं और उनका वर्गीकरण
- हिंदी का भौगोलिक विस्तार: हिंदी की उपभाषाएं, पश्चिमी हिंदी, पूर्वी हिंदी, राजस्थानी, बिहारी तथा पहाड़ी वर्ग और उसकी बोलियां
- खड़ीबोली, ब्रज और अवधी की विशेषताएं
- हिंदी के विविध रूप: हिंदी, उर्दू, दक्खिनी, हिंदुस्तानी
- हिन्दी का भाषिक स्वरूप: हिंदी की स्वनिम व्यवस्था- खंड्य और खंड्येतर, हिंदी ध्वनियों के वर्गीकरण का आधार, हिंदी शब्द-रचना- उपसर्ग, प्रत्यय, समास, हिंदी की रूप-रचना- लिंग, वचन और कारक व्यवस्था के संदर्भ में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया-रूप, हिंदी-वाक्य-रचना, हिंदी भाषा-प्रयोग के विविध रूप: बोली, मानक भाषा, राजभाषा, राष्ट्रभाषा और संपर्क भाषा
- संचार माध्यम और हिंदी, कंप्यूटर और हिंदी, हिंदी की संवैधानिक स्थिति, देवनागरी लिपि: विशेषताएं और मानकीकरण
इकाई- II: हिंदी साहित्य का इतिहास
- हिंदी साहित्येतिहास दर्शन
- हिंदी साहित्य के इतिहास लेखन की पद्धतियाँ, हिंदी साहित्य का काल-विभाजन और नामकरण, आदिकाल की विशेषताएं एवं साहित्यिक प्रवृत्तियां, रासो-साहित्य, आदिकालीन हिंदी का जैन साहित्य, सिद्ध और नाथ साहित्य, अमीर खुसरो की हिन्दी कविता, विद्यापति और उनकी पदावली तथा लौकिक साहित्य
- भक्तिकाल
- भक्ति-आंदोलन के उदय के सामाजिक-सांस्कृतिक कारण, भक्ति-आंदोलन का अखिल भारतीय स्वरूप और उसका अंतःप्रादेशिक वैशिष्ठ्य, भक्ति-काव्य की सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, आलवार संत, भक्ति-काव्य के प्रमुख संप्रदाय और उनका वैचारिक आधार, निर्गुण-सगुण कवि और उनका काव्य
- रीतिकाल
- सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, रीतिककाल की प्रमुख प्रवृत्तियां (रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध, रीतिमुक्त), रीतिकाल के प्रमुख कवि और उनका काव्य
- आधुनिक काल
- हिंदी गद्य का उद्भव और विकास, भारतेंदु पूर्व इन हिंदी गद्य, 1857 की क्रांति और सांस्कृतिक पुनर्जागरण, भारतेंदु और उनका युग, पत्रकारिता का आरंभ और 19वीं शताब्दी की हिंदी पत्रकारिता, आधुनिकता की अवधारणा
- द्विवेदी युग: महावीर प्रसाद द्विवेदी और उनका युग, हिंदी नवजागरण और सरस्वती, राष्ट्रीय काव्य-धारा के प्रमुख कवि, स्वच्छंदतावाद और उनके प्रमुख कवि
- छायावाद: छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएं, छायावाद के प्रमुख कवि प्रगतिवाद की अवधारणा, प्रगतिवादी काव्य और उनके प्रमुख कवि, प्रयोगवाद और नई कविता, नई कविता के कवि समकालीन कविता (वर्ष 2000 तक), समकालीन साहित्यिक पत्रकारिता
हिंदी साहित्य की गद्य विधाएं
-
- हिंदी उपन्यास: भारतीय उपन्यास की अवधारणा, प्रेमचंद पूर्व उपन्यास, प्रेमचंद और उनका युग, प्रेमचंद के परवर्ती उपन्यासकार (वर्ष 2000 तक)
- हिंदी कहानी हिंदी: कहानी का उद्भव और विकास, 20वीं सदी की हिंदी कहानी और प्रमुख कहानी-आन्दोलन एवं प्रमुख कहानीकार
- हिंदी नाटक: हिंदी नाटक और रंगमंच, विकास के चरण, भारतेंदु युग, प्रसाद युग, प्रसादोत्तर युग, स्वातंत्र्योत्तर युग, साठोत्तर युग और नया नाटक, प्रमुख नाट्यकृतियां, प्रमुख नाटककार (वर्ष 2000 तक) हिंदी एकांकी: हिंदी रंगमंच और विकास के चरण, हिंदी का लोक रंगमंच, नुक्कड़ नाटक
- हिंदी निबंध: हिंदी निबंध का उद्भव और विकास, हिंदी निबंध के प्रकार और प्रमुख निबंधकार
- हिंदी आलोचना: हिंदी आलोचना का उद्भव और विकास, समकालीन हिंदी आलोचना एवं उसके विविध प्रकार, प्रमुख आलोचक
- हिंदी की अन्य गद्य विधाएं: रेखाचित्र, संस्मरण, यात्रा-साहित्य, आत्मकथा, जीवनी और रिपोर्ताज, डायरी
- हिंदी का प्रवासी साहित्य: अवधारणा एवं प्रमुख साहित्यकार
इकाई- III: साहित्यशास्त्र
- भारतीय काव्यशास्त्र- काव्य के लक्षण, काव्य हेतु और काव्य प्रयोजन, प्रमुख संप्रदाय और सिद्धांत– रस, अलंकार, रीति, ध्वनि, वक्रोक्ति और औचित्य, रस निष्पत्ति, साधारणीकरण, शब्दशक्ति, काव्यगुण, काव्य दोष
- पश्चात काव्यशास्त्र- प्लेटो के काव्य सिद्धांत, अरस्तू: अनुकरण सिद्धांत, त्रासदी विवेचन, विरेचन सिद्धांत, वर्ड्सवर्थ का काव्य भाषा सिद्धांत, कॉलरिज: कल्पना और फैंटेसी, टी. एस. इलियट: निर्वैक्तिकता का सिद्धांत, परंपरा की अवधारणा, आई.ए. रिचर्ड्स: मूल्य सिद्धांत, संप्रेषण सिद्धांत तथा काव्य-भाषा सिद्धांत, रूसी रूपवाद, नई समीक्षा, मिथक, फ़न्तासी, कल्पना, प्रतीक, बिंब।
इकाई- IV: वैचारिक पृष्ठभूमि
- भारतीय नवजागरण और स्वाधीनता आंदोलन की वैचारिक पृष्ठभूमि
- हिंदी नवजागरण, खड़ीबोली आंदोलन
- फोर्ट विलियम कॉलेज, भारतेंदु और हिंदी नवजागरण, महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण
- गांधी दर्शन
- अंबेडकर दर्शन
- लोहिया दर्शन
- मार्क्सवाद
- मनोविश्लेषणवाद
- अस्तित्ववाद
- उत्तर आधुनिकतावाद
- अस्मितामूलक विमर्श (दलित, स्त्री, आदिवासी एवं अल्पसंख्यक)
इकाई- V: हिंदी कविता
- पृथ्वीराज रासो- रेवा तट
- अमीर खुसरो- खुसरो की पहेलियां और मुकरियां
- विद्यापति की पदावली (सं. डॉ. नगेंद्र झा)- पद संख्या 1 से 25
- कबीर- (सं. हजारी प्रसाद द्विवेदी)- पद संख्या 160 से 209
- जायसी ग्रंथावली (सं. रामचंद्र शुक्ल) नागमती वियोग खंड
- सूरदास- भ्रमरगीत सार (सं. रामचंद्र शुक्ल)- पद संख्या 21 से 70
- तुलसीदास- रामचरितमानस (उत्तरकांड)
- बिहारी सतसई (सं. जगन्नाथदास रत्नाकर)- दोहा संख्या 1 से 50
- घनानंद कवित्त (सं. विश्वनाथ मिश्र)- कवित्त संख्या 1 से 30
- मीरा (सं. विश्वनाथ त्रिपाठी)- प्रारंभ से 20 पद
- अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध- प्रियप्रवास
- मैथिलीशरण गुप्त- भारत भारती, साकेत (नवम् सर्ग)
- जयशंकर प्रसाद- आंसू, कामायनी (श्रद्धा, लज्जा और इड़ा सर्ग)
- निराला- जूही की कली, जागो फिर एक बार, सरोज स्मृति, राम की शक्ति पूजा, कुकुरमुत्ता, बांधो न नाव इस ठांव बंधु
- सुमित्रानंदन पंत- परिवर्तन, प्रथम रश्मि
- महादेवी वर्मा- बीन भी हूं मैं तुम्हारी रागिनी भी हूं, मैं नीर भरी दुख की बदली, फिर विकल हैं प्राण मेरे, यह मंदिर का दीप, द्रुत झरो जगत् के जीर्ण पत्र
- रामधारी सिंह दिनकर- उर्वशी (तृतीय अंक), रश्मिरथी
- नागार्जुन- कालिदास, बादल को घिरते देखा है, अकाल और उसके बाद, खुरदरे पैर, शासन की बंदूक़, मनुष्य हूं
- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय- कलगी बाजरे की, यह दीप अकेला, हरी घास पर क्षण भर, असाध्यवीणा, कितनी नावों में कितनी बार
- भवानी प्रसाद मिश्र- गीतफ़रोश, सतपुड़ा के जंगल
- मुक्तिबोध- भूल ग़लती, ब्रह्मराक्षस, अंधेरे में
- धूमिल- नक्सलबाड़ी, मोचीराम, अकाल-दर्शन, रोटी और संसद
इकाई- VI: हिंदी उपन्यास
- पंडित गौरी दत्त- देवरानी जेठानी की कहानी
- लाला श्रीनिवास दास- परीक्षा गुरु
- प्रेमचंद- गोदान
- अज्ञेय- शेखर एक जीवनी (भाग-1)
- हजारी प्रसाद द्विवेदी- बाणभट्ट की आत्मकथा
- फणीश्वर नाथ रेणु- मैला आंचल
- यशपाल- झूठा सच
- अमृतलाल नागर- मानस का हंस
- भीष्म साहनी- तमस
- श्रीलाल शुक्ल- राग दरबारी
- कृष्णा सोबती- जिंदगी नामा
- मन्नू भंडारी- आपका बंटी
- जगदीश चंद्र- धरती धन न अपना
इकाई- VII: हिंदी कहानी
- राजेंद्र बाला घोष (बंग महिला)- चंद्रदेव से मेरी बातें, दुलाईवाली
- माधव सप्रे- एक टोकरी भर मिट्टी
- सुभद्रा कुमारी चौहान- राही
- प्रेमचन्द- ईदगाह, दुनिया का अनमोल रतन
- राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह- कानों में कंगना
- चंद्रधर शर्मा गुलेरी- उसने कहा था
- जयशंकर प्रसाद- आकाशदीप
- जैनेंद्र- अपना अपना भाग्य
- फणीश्वर नाथ रेणु- तीसरी क़सम, लाल पान की बेगम
- अज्ञेय- गैंग्रीन
- शेखर जोशी- कोसी का घटवार
- भीष्म साहनी- अमृतसर आ गया है, चीफ की दावत
- कृष्णा सोबती- सिक्का बदल गया
- हरिशंकर परसाई- इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर
- ज्ञानरंजन- पिता
- कमलेश्वर- राजा निरबंसिया
- निर्मल वर्मा- परिन्दे
इकाई-VIII: हिंदी नाटक
- भारतेंदु- अंधेर नगरी, भारत दुर्दशा
- जयशंकर प्रसाद- चंद्रगुप्त, स्कंदगुप्त, ध्रुवस्वामिनी
- धर्मवीर भारती- अंधायुग
- लक्ष्मीनारायण लाल- सिंदूर की होली
- मोहन राकेश- आधे अधूरे, आषाढ़ का एक दिन
- हबीब तनवीर- आगरा बाज़ार
- सर्वेश्वर दयाल सक्सेना- बकरी
- शंकरशेष- एक और द्रोणाचार्य
- उपेंद्रनाथ अश्क- अंजू देवी
- मन्नू भंडारी- महाभोज
इकाई-IX: हिंदी निबंध
- भारतेंदु- दिल्ली दरबार दर्पण, भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है
- प्रताप नारायण मिश्र- शिवमूर्ति
- बालकृष्ण भट्ट- शिव शंभू के चिट्ठे
- रामचंद्र शुक्ल- कविता क्या है
- हजारी प्रसाद द्विवेदी- नाखून क्यों बढ़ते हैं
- विद्यानिवास मिश्र- मेरे राम का मुकुट भीग रहा है
- अध्यापक पूर्णसिंह- मज़दूरी और प्रेम
- कुबेरनाथ राय- उत्तराफाल्गुनी के आसपास
- विवेकी राय- उठ जाग मुसाफिर
- नामवर सिंह- संस्कृति और सौंदर्य
इकाई- X: आत्मकथा, जीवनी तथा अन्य गद्य विधाएं
- रामवृक्ष बेनीपुरी- माटी की मूरतें
- महादेवी वर्मा- ठाकुरी बाबा
- तुलसीराम- मुर्दहिया
- शिवरानी देवी- प्रेमचंद घर में
- मन्नू भंडारी- एक कहानी यह भी
- विष्णु प्रभाकर- आवारा मसीहा
- हरिवंश राय बच्चन- क्या भूलूं क्या याद करूं
- रमणिका गुप्ता- आपहुदरी
- हरिशंकर परसाई- भोलाराम का जीव
- कृष्ण चंदर- जामुन का पेड़
- दिनकर- संस्कृति के चार अध्याय
- मुक्तिबोध- एक साहित्यिक की डायरी
- राहुल सांकृत्यायन- मेरी तिब्बत यात्रा
- अज्ञेय- अरे यायावर रहेगा याद
[Download UGC NET Hindi Paper 2 Syllabus New PDF ]
UGC NET Hindi Old Syllabus
The UGC NET examination old syllabus which was applicable till December 2018 can be downloaded in pdf format from the following link.
Kindly note that this syllabus is considered outdated and is now not applicable for the upcoming UGC NET examination in Hindi.
You can use it only for your reference purpose.
[Download UGC NET Hindi Paper 2 Syllabus Old PDF ]
Other Important Study Materials for UGC NET Hindi
You should have the following study materials to boost your exam preparation for the NTA UGC NET Hindi Exam.
UGC NET Hindi Exam Pattern 2023
UGC NET Hindi Exam has two papers, i.e., Paper 1 and Paper 2.
Here you can know the facts about UGC NET Hindi Exam 2023
Particulars | UGC NET Paper-I Overview |
UGC NET Paper-II Overview
|
Exam mode | Online | Online |
Exam duration | 3 hours (180 minutes) | |
Type of paper | Common for all candidates | Subject-specific questions |
Total questions | 50 | 100 |
Type of questions | MCQs; 4 options with only 1 correct option |
MCQs; 4 options with only 1 correct option
|
Total marks | 100 | 200 |
Marking scheme | 2 marks for the correct answer 0 for an incorrect answer |
2 marks for the correct answer
0 for an incorrect answer |
Language of paper | English and Hindi | Hindi |
Important Points About UGC NET Hindi Exam Pattern:
- The Test will have two papers. Both papers will consist of objective-type, multiple-choice questions.
- There will be no break between papers.
- you will get 2 marks for each correct response,
- There is no negative marking for an incorrect response.
- No marks will be given for questions Unanswered.
- If a question is found to be incorrect/ambiguous during the critical challenge, only those candidates who have attempted the question and chosen one of the correct answers would be given credit. Only for dropped question(s), if any, marks will be given to all the candidates.
Benefits Of Latest NTA UGC NET Hindi Syllabus 2023
For any preparation to be successful, knowing the syllabus and exam pattern is essential. You can definitely score more with the proper use of the NTA UGC NET Hindi Syllabus.
Some notable benefits from the new UGC NET Hindi 22 Syllabus are as below:
- NTA UGC NET Hindi Syllabus covers all topics that are important for the examinations.
- NTA UGC NET Syllabus for Hindi also mentions the weightage allotted to different units and chapters, knowing which you may form a strategy for preparing for chapters with high or low weightage.
- The question paper format is also explained in the syllabus.
- Having a clear understanding of your syllabus and the weightage of various sections will definitely help you decide how much time you should dedicate to each section.
- Generally, the exam papers for each course are designed as per the syllabus prescribed for that course.
- So, preparing according to the topic and instructions mentioned in the syllabus obviously helps to crack the exam with good scores.
We have covered the detailed guide on NTA UGC NET Hindi Syllabus 2023. Feel free to ask us any questions in the comment section below.